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कास्पारोव नें आनंद को हराकर जीता क्लच कप 2025

by Niklesh Jain - 11/10/2025

साल था 1995 आज से 30 साल पहले जब भारत के युवा विश्वनाथन आनंद उस समय के वर्तमान विश्व चैम्पियन गैरी कास्पारोव से लोहा लेने उनके ताज को चुनौती देने विश्व शतरंज चैम्पियनशिप खेलने न्यू यॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में पहुँच चुके थे , दोनों के बीच शुरू हुई विश्व चैम्पियनशिप में लगातार आठ बाज़ियाँ ड्रॉ रहने के बाद कास्पारोव को पराजित कर आनंद नें शतरंज की दुनिया को चौंका दिया था पर उसके बाद की कहानी कास्पारोव नें लिखी थी , उन्होने उसके बाद दसवें मुक़ाबले में जीतकर वापसी की और 11वें ,13वें और 14वें राउंड में जीत दर्ज कर तीन अंको की बढ़त बना ली जो की 18वें राउंड तक कायम रही और कास्पारोव नें पुनः विश्व खिताब हासिल कर लिया । 30 साल बाद पिछले तीन दिनो से इन दोनों खिलाड़ियों के बीच रैपिड और ब्लिट्ज़ फॉर्मेट में फ्रीस्टाइल शतरंज खेला जा रहा था, यूएसए के सेंट लुईस शतरंज क्लब में हुए क्लच कप में एक बार फिर कास्पारोव नें खिताब अपने नाम किया , उन्होने 13-11 के स्कोर से आनंद को मात देते हुए यह लिजेंड्स मुक़ाबला जीता , हालांकि आनंद को लगातार 2 अंतिम ब्लिट्ज़ मुकाबलों में मिली जीत से उन्होने जीत के साथ प्रतियोगिता का अंत किया । पढे यह लेख Photos: Saint Louis Chess Club



कास्पारोव नें जीता क्लच कप द लिजेंड्स का खिताब आनंद को 13-11 से किया पराजित

इस प्रतियोगिता में हर दिन 2 रैपिड और 2 ब्लिट्ज़ मुयकबले खेले गए , हालांकि हर दिन के बाद मिलने वाले अंक अलग अलग थे , पहले दिन यह सामान्य था जीतने पर 1 और ड्रॉ पर आधा , दूसरे दिन यह जीतने पर 2 और ड्रॉ पर 1 हो गया तो अंतिम दिन जीतने पर 3 और ड्रॉ पर 1.5 अंक मिले ।

पहला दिन

पहले दिन गैरी कास्परोव ने यहां तीसरी बाजी में भारत के विश्वनाथन आनंद को हराकर क्लच शतरंज मुकाबले में 2.5-1.5 की बढ़त बना ली। शतरंज के इतिहास के संभवत: सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कास्परोव ने 62 साल की उम्र में दिखाया कि 21 साल पहले संन्यास लेने के बावजूद उनमें अब भी काफी शतरंज बचा है। आनंद को भी मौके मिले लेकिन वह उनका फायदा उठाने में नाकाम रहे। दिन की शुरुआती 2 बाजी ड्रॉ रहीं जिसके बाद कास्परोव ने तीसरी बाजी में आनंद को हराया।

आनंद के पास बाजी को ड्रॉ कराने का मौका था लेकिन वह चूक गए। पहली बाजी में भी आनंद का पलड़ा भारी था लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने सहज गल्तियां करके दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी कास्परोव को वापसी करके बाजी ड्रॉ कराने का मौका दे दिया।

दोनों खिलाड़ियों के बीच दूसरी और चौथी बाजी भी ड्रॉ रही।

दूसरा दिन

क्लच चेस लीजेंड्स 2025 के दूसरे दिन पूर्व विश्व चैम्पियन गैरी कास्पारोव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी बढ़त को 8.5-3.5 तक बढ़ा लिया। भारत के विश्वनाथन आनंद के लिए दिन की शुरुआत निराशाजनक रही, जब उन्होंने पांचवीं बाजी में बेहतर स्थिति में होते हुए समय समाप्त होने से खेल गंवा दिया। आनंद इस मुक़ाबले को जीतने के बेहद करींब थे पर वह समय का ध्यान नहीं रख पाये और जीती स्थिति में उनका समय समाप्त हो गया । 

छठी बाजी में दोनों के बीच जोरदार संघर्ष के बाद खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इसके बाद शुरू हुए ब्लिट्ज मुकाबलों में कास्पारोव ने सिर्फ 18 चालों में सातवां खेल जीतकर अपनी बढ़त और मजबूत कर ली। आठवें खेल में कास्पारोव ने बेहतर स्थिति में रहते हुए दोहराव से ड्रॉ स्वीकार किया, ताकि बढ़त सुरक्षित रहे।

तीरसा और अंतिम दिन

दो दिन के परिणामों के बाद स्कोर 8.5-3.5 था और मुकाबला पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है — अंतिम दिन की बाजियाँ तीन-तीन अंकों की थी इसलिए आनंद के पास अब भी वापसी का मौका था अगर वे चार में से दो बाजियाँ जीतते और दो ड्रॉ करते तो वे मुकाबला अपने नाम कर सकते थे

शुरुआत की पहली बाजी आनंद एक प्यादा अधिक थे पर कास्पारोव नें काले मोहोरो से खेल को ड्रॉ करा लिया जबकि दूसरी बाजी में जब खेल बराबरी की तरफ जा रहा है आनंद से गलतियाँ हुई और खेल कास्पारोव नें जीतकर खिताब दो राउंड पहले ही अपने नाम कर लिया , कास्पारोव 13-5 से आगे हो चुके थे ।

आनंद नें आखिरी दोनों ब्लिट्ज़ बाज़ियाँ जीतकर स्कोर को 11-13 तक पहुंचा दिया पर कास्पारोव खिताब पहले ही जीत चुके थे । दूसरे दिन जीती बाजी समय से हार जाना आनंद के लिए सबसे बड़ी गलती साबित हुई । विजेता के तौर पर कास्पारोव को 70 हजार डॉलर और आनंद को 50000 डॉलर का पुरुस्कार दिया गया अंतिम दो ब्लिट्ज़ जीतकर आनंद नें अतिरिक्त करीब 15 हजार डॉलर भी अपने नाम किए ।




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